Shri Sai Baba Ashtottara Namavali ( श्री साईं बाबा अष्टोत्तर नामावली )
Sai Baba of Shirdi, also known as Shirdi Sai Baba, was an Indian spiritual master who was regarded by his devotees as a saint, fakir, and satguru, according to their individual proclivities and beliefs. He was revered by both his Hindu and Muslim devotees, and during, as well as after, his life it remained uncertain if he was a Hindu or a Muslim. This, however, was of no consequence to Sai Baba. He stressed the importance of surrender to the true Satguru , who, having trod the path to divine consciousness, will lead the disciple through the jungle of spiritual training. Sai Baba is worshiped across the globe with true faith by millions of people. Shri Sai Baba Ashtottara Namavali refers to 108 divine names of Shri Sai baba.
१ | ॐ श्री साईंनाथाय नमः। |
२ | ॐ लक्ष्मी नारायणाय नमः। |
३ | ॐ कृष्णमशिवमारूतयादिरूपाय नमः। |
४ | ॐ शेषशायिने नमः। |
५ | ॐ गोदावीरतटीशीलाधीवासिने नमः। |
६ | ॐ भक्तह्रदालयाय नमः। |
७ | ॐ सर्वह्रन्निलयाय नमः। |
८ | ॐ भूतावासाय नमः। |
९ | ॐ भूतभविष्यदुभवाज्रिताया नमः। |
१० | ॐ कालातीताय नमः। |
११ | ॐ कालाय नमः। |
१२ | ॐ कालाय नमः। |
१३ | ॐ कालदर्पदमनाय नमः। |
१४ | ॐ मृत्युंजयाय नमः। |
१५ | ॐ अमत्य्राय नमः। |
१६ | ॐ मर्त्याभयप्रदाय नमः। |
१७ | ॐ जिवाधाराय नमः। |
१८ | ॐ सर्वाधाराय नमः। |
१९ | ॐ भक्तावनसमर्थाय नमः। |
२० | ॐ भक्तावनप्रतिज्ञाय नमः। |
२१ | ॐ अन्नवसत्रदाय नमः। |
२२ | ॐ आरोग्यक्षेमदाय नमः। |
२३ | ॐ धनमाङ्गल्यप्रदाय नमः। |
२४ | ॐ ऋद्धिसिद्धिदाय नमः। |
२५ | ॐ पुत्रमित्रकलत्रबन्धुदाय नमः। |
२६ | ॐ योगक्षेमवहाय नमः। |
२७ | ॐ आपदबान्धवाय नमः। |
२८ | ॐ मार्गबन्धवे नमः। |
२९ | ॐ भक्तिमुक्तिस्वर्गापवर्गदाय नमः। |
३० | ॐ प्रियाय नमः। |
३१ | ॐ प्रीतिवर्द्धनाय नमः। |
३२ | ॐ अन्तर्यामिणे नमः। |
३३ | ॐ सच्चिदात्मने नमः। |
३४ | ॐ नित्यानन्दाय नमः। |
३५ | ॐ परमसुखदाय नमः। |
३६ | ॐ परमेश्वराय नमः। |
३७ | ॐ परब्रह्मणे नमः। |
३८ | ॐ परमात्मने नमः। |
३९ | ॐ ज्ञानस्वरूपिणे नमः। |
४० | ॐ जगतः पित्रे नमः। |
४१ | ॐ भक्तानां मातृ दातृ पितामहाय नमः। |
४२ | ॐ भक्ताभयप्रदाय नमः। |
४३ | ॐ भक्तपराधीनाय नमः। |
४४ | ॐ भक्तानुग्रहकातराय नमः। |
४५ | ॐ शरणागतवत्सलाय नमः। |
४६ | ॐ भक्तिशक्तिप्रदाय नमः। |
४७ | ॐ ज्ञानवैराग्यप्रदाय नमः। |
४८ | ॐ प्रेमप्रदाय नमः। |
४९ | ॐ संशयह्रदय दौर्बल्यपापकर्म वासनाक्षयकराय नमः। |
५० | ॐ ह्रदयग्रन्थिभेदकाय नमः। |
५१ | ॐ कर्मध्वंसिने नमः। |
५२ | ॐ शुद्ध-सत्वस्थिताय नमः। |
५३ | ॐ गुनातीतगुणात्मने नमः। |
५४ | ॐ अनन्तकल्याण गुणाय नमः। |
५५ | ॐ अमितपराक्रमाय नमः। |
५६ | ॐ जयिने नमः। |
५७ | ॐ दुर्धर्षाक्षोभ्याय नमः। |
५८ | ॐ अपराजिताय नमः। |
५९ | ॐ त्रिलोकेषु अविघातगतये नमः। |
६० | ॐ अशक्य-रहीताय नमः। |
६१ | ॐ सर्वशक्तिमूर्तये नमः। |
६२ | ॐ सुरूपसुन्दराय नमः। |
६३ | ॐ सुलोचनाय नमः। |
६४ | ॐ बहुरूप विश्वमूर्तये नमः। |
६५ | ॐ अरूपाव्यक्ताय नमः। |
६६ | ॐ अचिन्त्याय नमः। |
६७ | ॐ सूक्ष्माय नमः। |
६८ | ॐ सर्वान्तर्यामिणे नमः। |
६९ | ॐ मनोवागतीताय नमः। |
७० | ॐ प्रेममूर्तये नमः। |
७१ | ॐ सुलभदुर्लभाय नमः। |
७२ | ॐ असहायसहायाय नमः। |
७३ | ॐ अनाथनाथदीनबंधवे नमः। |
७४ | ॐ सर्वभारभृते नमः। |
७५ | ॐ अकर्मानेककर्मसुकर्मिणे नमः। |
७६ | ॐ पुण्यश्रवणकीर्तनाय नमः। |
७७ | ॐ तीर्थाय नमः। |
७८ | ॐ वासुदेवाय नमः। |
७९ | ॐ सतां गतये नमः। |
८० | ॐ सत्परायणाय नमः। |
८१ | ॐ लोकनाथाय नमः। |
८२ | ॐ पावनानघाय नमः। |
८३ | ॐ अमृतांशवे नमः। |
८४ | ॐ भास्करप्रभाय नमः। |
८५ | ॐ ब्रह्मचर्यतपश्चर्यादिसुव्रताय नमः। |
८६ | ॐ सत्यधर्मपरायणाय नमः। |
८७ | ॐ सिद्धेश्वराय नमः। |
८८ | ॐ सिद्धसंकल्पाय नमः। |
८९ | ॐ योगेश्वराय नमः। |
९० | ॐ भगवते नमः। |
९१ | ॐ भक्तवत्सलाय नमः। |
९२ | ॐ सत्पुरुषाय नमः। |
९३ | ॐ पुरुषोत्तमाय नमः। |
९४ | ॐ सत्यतत्वबोधकाय नमः। |
९५ | ॐ कामादिशड्वैरिध्वंसिने नमः। |
९६ | ॐ अभेदानन्दानुभवप्रदाय नमः। |
९७ | ॐ समसर्वमतसम्मताय नमः। |
९८ | ॐ श्री दक्षिणामूर्तये नमः। |
९९ | ॐ वेंकटेशरमणाय नमः। |
१०० | ॐ अद्भूतानन्तचर्याय नमः। |
१०१ | ॐ प्रपन्नार्तिहराय नमः। |
१०२ | ॐ संसारसर्वदु:ख़क्षयकराय नमः। |
१०३ | ॐ सर्ववित्सर्वतोमुखाय नमः। |
१०४ | ॐ सर्वान्तर्बहि: स्थिताय नमः। |
१०५ | ॐ सर्वमंगलकराय नमः। |
१०६ | ॐ सर्वाभीष्टप्रदाय नमः। |
१०७ | ॐ समरससन्मार्गस्थापनाय नमः। |
१०८ | ॐ समर्थसद्गुरुसाईनाथाय नमः। |
॥ इति श्री साईं बाबा अष्टोत्तर नामावली सम्पूर्णम ॥